Madhupur में खुलेआम तंबाकू बिक्री एवं लोग सार्वजनिक जगहों पर पी रहे हैं सिगरेट

Madhupur News: मधुपुर में खूब फल फूल रहा है धंधा। झारखंड में तंबाकू उत्पादों, विशेषकर सिगरेट, गुटखा और पान मसाला के सेवन और बिक्री पर हाल ही में कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। यह कदम राज्य सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए उठाया है। लेकिन मधुपुर में इसका असर नहीं दिख रहा है।
सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू सेवन पर प्रतिबंध के बावजूद भी खुलेआम बिक्री जारी है
मधुपुर में प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम सरकार के आदेशों का डिजाइन उड़ाई जा रही है। झारखंड सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट, बीड़ी, पान मसाला, गुटखा, खैनी, जर्दा, हुक्का और इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस आदेश के तहत, सार्वजनिक स्थानों पर इन उत्पादों का सेवन करने पर छह महीने तक की जेल और जुर्माने का प्रावधान है। इसके अलावा, इन उत्पादों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस आदेश को प्रभावी बनाने के लिए सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है।
गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध के बावजूद भी बिक रहा है खुलेआम चाय एवं पान दुकानों में
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य में गुटखा और निकोटिन या तंबाकू युक्त पान मसाला के उत्पादन, वितरण, बिक्री और भंडारण पर एक साल के लिए पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। इस आदेश के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन मधुपुर में सरकार के आदेशों का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
अवैध बिक्री और बढ़ती कीमतें
गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध के बावजूद, कई दुकानदार इन उत्पादों की अवैध बिक्री जारी रखे हुए हैं। कुछ दुकानदारों ने इनकी कीमतों में वृद्धि कर दी है, जिससे यह उत्पाद अधिक महंगे हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी प्रतिबंध के बावजूद, प्रशासन की सख्ती में कमी आने से इन उत्पादों की अवैध बिक्री जारी है।
झारखंड सरकार के इन प्रयासों का उद्देश्य राज्य में तंबाकू सेवन को कम करना और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। हालांकि, अवैध बिक्री की समस्या बनी हुई है, लेकिन प्रशासन की सख्ती और जागरूकता अभियानों से इस पर काबू पाने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन मधुपुर में इसका कोई फिलहाल असर दिखता नज़र नहीं आ रहा है।